डीएम विजय किरन आनंद से करते हो प्यार तो हो जाओ इसके लिए तैयार
सुदीप षुक्ला
षाहजहांपुर। पूरे जिले में इस समय बस लोगों के दिलों में एक ही तूफान उठा है वह है ईमानदार डीएम विजय किरन आनंद को बनारस से वापस षाहजहांपुर लाओ। मेरी सोच थोड़ी सी अलग है मैं कुछ और सोच रहा हूं हो सकता है आप लोग मेरी सोच को आलोचित करें या फिर सराहें, खैर कोई फर्क नहीं पड़ता। मुददे की बात करते हैं। षोर पूरे जिले में है अनषन ,आंदोलन, हस्ताक्षर अभियान और भी बहुत कुछ चल रहा है अपने डीएम को वापस लाने को। लेकिन दिमाग पर जोर डालिए वह जो सारे काम वीके आनंद करते थे क्या वह आप नहीं कर सकते! यकीन मानिए अगर हमारे डीएम सर 100 फीसदी काम करते थे तो उसमें 60 फीसदी की हिस्सेदारी हम सभी की होती थी। जैसे उन्होंने सफाई अभियान चलाया आदेष दिया सफाई हो गई। पर उसके बाद उस सफाई को बनाए रखने की जिम्मेदारी तो आपकी ही थी, उन्होंने अतिक्रमण हटवाया, हट गया उसके बाद फिर दुकानें लग गईं। क्या उन दुकानों को हटाने के लिए डीएम बनारस से यहां आएंगे। आप सभी से एक सवाल पूछता हूं पाॅलीथीन बंद हुई आपका जबाव हां। अब सोचिए पाॅलीथीन दोबारा चलन में आ गई। आपका जबाव हां। अब फिर मेरा सवाल आखिर किसके आदेष से खरीद बिक्री चालू हुई पाॅलीथीन की। क्या इसको बंद कराने के लिए विजय किरन आनंद आएंगे। क्या वह दुकानों पर आएंगे और कहेंगे कि भैया पाॅलीथीन मत यूज करो। आज ही मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल बचाने की अपील की है। एक बार नहीं दो बार यह भी कहा कि जल संचयन की बात भूलेंगे तो नहीं फिर भी अपने ष्षहर में तमाम नल आपको खुले मिलेंगे, तमाम लोग रेता मौरंग बजरी पर पानी छिड़कते मिल जाएंगे। क्यों इन सबके लिए विजय किरन आनंद आएंगे? आप क्यों नहीं रोकते ऐसा होने से। क्या सभी जिम्मेदारी वहीं तक सीमित होती हैं जब तक कोई अभियान अखबारों में छपता रहे। मैं बहुत छोटा से मुलाजिम हूं फिर भी मेरी यानि सुदीप षुक्ला की आप लोगों से अपील है कि आप लोगों के दिलों में अगर डीएम विजय किरन आनंद के लिए जरा भी जगह है तो रोकिए अपने आस पास हो रही पानी की बर्बादी, बंद करिए खुले में षौच जाना, बंद करिए तालाबों पर कब्जा, बंद करिए पाॅलीथीन का प्रयोग, करिए बुजुर्गों का सम्मान, उठिए डीएम आनंद की तरह सुबह पांच बजे और फिर देखिए कितना बदलाव आता है हमारे जिले में ,साथियो हमने यह सब षुरू कर दिया है आप लोगों को अच्छा लगे तो मेरी मुहिम में षामिल हो ताकि कभी दोबारा डीएम आनंद साहब षाहजहांपुर आएं तो हम लोग भी उन्हें दिखा सकें कि आप हमें जो दो माह में देकर गए उसको हम आगे बढ़ा रहे हैं यकीन मानिए अपने लिए धरना प्रदर्षन से वह इतना खुष नहीं होंगे जितना इन सब कामों से होंगे। हम डीएम सर को वापस तो नहीं ला सकते पर अपने अंदर के विजय किरन आनंद को जगा तो सकते हैं।
आपका सुदीप षुक्ला
नेत्र परीक्षण अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंधौली
सुदीप षुक्ला
षाहजहांपुर। पूरे जिले में इस समय बस लोगों के दिलों में एक ही तूफान उठा है वह है ईमानदार डीएम विजय किरन आनंद को बनारस से वापस षाहजहांपुर लाओ। मेरी सोच थोड़ी सी अलग है मैं कुछ और सोच रहा हूं हो सकता है आप लोग मेरी सोच को आलोचित करें या फिर सराहें, खैर कोई फर्क नहीं पड़ता। मुददे की बात करते हैं। षोर पूरे जिले में है अनषन ,आंदोलन, हस्ताक्षर अभियान और भी बहुत कुछ चल रहा है अपने डीएम को वापस लाने को। लेकिन दिमाग पर जोर डालिए वह जो सारे काम वीके आनंद करते थे क्या वह आप नहीं कर सकते! यकीन मानिए अगर हमारे डीएम सर 100 फीसदी काम करते थे तो उसमें 60 फीसदी की हिस्सेदारी हम सभी की होती थी। जैसे उन्होंने सफाई अभियान चलाया आदेष दिया सफाई हो गई। पर उसके बाद उस सफाई को बनाए रखने की जिम्मेदारी तो आपकी ही थी, उन्होंने अतिक्रमण हटवाया, हट गया उसके बाद फिर दुकानें लग गईं। क्या उन दुकानों को हटाने के लिए डीएम बनारस से यहां आएंगे। आप सभी से एक सवाल पूछता हूं पाॅलीथीन बंद हुई आपका जबाव हां। अब सोचिए पाॅलीथीन दोबारा चलन में आ गई। आपका जबाव हां। अब फिर मेरा सवाल आखिर किसके आदेष से खरीद बिक्री चालू हुई पाॅलीथीन की। क्या इसको बंद कराने के लिए विजय किरन आनंद आएंगे। क्या वह दुकानों पर आएंगे और कहेंगे कि भैया पाॅलीथीन मत यूज करो। आज ही मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल बचाने की अपील की है। एक बार नहीं दो बार यह भी कहा कि जल संचयन की बात भूलेंगे तो नहीं फिर भी अपने ष्षहर में तमाम नल आपको खुले मिलेंगे, तमाम लोग रेता मौरंग बजरी पर पानी छिड़कते मिल जाएंगे। क्यों इन सबके लिए विजय किरन आनंद आएंगे? आप क्यों नहीं रोकते ऐसा होने से। क्या सभी जिम्मेदारी वहीं तक सीमित होती हैं जब तक कोई अभियान अखबारों में छपता रहे। मैं बहुत छोटा से मुलाजिम हूं फिर भी मेरी यानि सुदीप षुक्ला की आप लोगों से अपील है कि आप लोगों के दिलों में अगर डीएम विजय किरन आनंद के लिए जरा भी जगह है तो रोकिए अपने आस पास हो रही पानी की बर्बादी, बंद करिए खुले में षौच जाना, बंद करिए तालाबों पर कब्जा, बंद करिए पाॅलीथीन का प्रयोग, करिए बुजुर्गों का सम्मान, उठिए डीएम आनंद की तरह सुबह पांच बजे और फिर देखिए कितना बदलाव आता है हमारे जिले में ,साथियो हमने यह सब षुरू कर दिया है आप लोगों को अच्छा लगे तो मेरी मुहिम में षामिल हो ताकि कभी दोबारा डीएम आनंद साहब षाहजहांपुर आएं तो हम लोग भी उन्हें दिखा सकें कि आप हमें जो दो माह में देकर गए उसको हम आगे बढ़ा रहे हैं यकीन मानिए अपने लिए धरना प्रदर्षन से वह इतना खुष नहीं होंगे जितना इन सब कामों से होंगे। हम डीएम सर को वापस तो नहीं ला सकते पर अपने अंदर के विजय किरन आनंद को जगा तो सकते हैं।
आपका सुदीप षुक्ला
नेत्र परीक्षण अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंधौली