और जब डाॅक्टर लेटे ब्लड डोनर काउच पर
शहीदों की नगरी शाहजहांपुर के जिला अस्पताल में डाॅक्टरों ने अपना खून देकर ब्लड बैंक की साख को बचाया है। इससे पहले की यहां मौजूद ब्लड बैंक का लाइसेंस मिनिमम स्टोरेज को लेकर खतरे में पड़ता। डाॅक्टरों और कर्मचारियों ने ब्लड डोनर काउच पर लेटने में कोई परहेज नहीं किया। देखते देखते जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन सहित तमाम डाॅक्टरों फार्मासिस्ट ब्लड बैंक के कर्मचारी सहित 15 लोगों ने अपना खून दिया। इससे एक ओर तो डाॅक्टरों की ओर से फुल समाज सेवा भी हो गई। वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल की ब्लड बैेंक में ब्लड की यूनिट भी बढ़ गईं। आम तौर जब कभी भी जिला अस्पताल में ब्लड डोनेशन कैंप होता था तो डाॅक्टर अपने चेंबरों में बैठे रहते थे। लेकिन शाहजहांपुर को जैसे ही डीएम वीके आनंद मिले जिला अस्पताल के डाॅक्टर भी ब्लड बैंक में स्टोरज को लेकर गंभीर दिखे। इसी का परिणाम रहा कि शाहजहांपुर जिला अस्पताल में पहली बार डाॅक्टरों ने लाइन लगाकर रक्तदान किया। इससे भी ज्यादा चर्चा में रहा ब्लड बैंक का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जिसका खुद का वजन लगभग 48 किलो कद कांठी से देखने में मरीज लगता है उसने भी हौसला दिखाया और रक्तदान के लिए काउच पर लेट एक यूनिट खून दिया।